T20 World Cup 2007 : जैसे की आप जानते 2007 में टी20 विश्व कप सुरु हुआ था, उद्घाटन टी20 विश्व कप को अब 15 वर्षों से भी अधिक समय हो गया हैं, लेकिन टीम इंडिया, एकदिवसीय विश्व कप 2007 के ग्रुप चरण से बाहर होने के बाद, फिर भी उसी वर्ष टी 20 विश्व कप जीतने की यादें भारतीयों के दिल में हमेशा की तरह ताजा हैं।
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भारत के सिक्सर कहे जाने बाले युवराज सिंह सबसे लोकप्रिय खिलाड़यों में से एक हैं, उन्होंने टूर्नामेंट में इंग्लैंड के खिलाफ जो पारी खेली थी वाके ही लाज़बाव थी, उनकी ये एक पारी सर्वश्रेष्ठ T20I पारियों में से एक माना जा सकता है।
एक महत्वपूर्ण मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए, भारतीय सलामी बल्लेबाजों – वीरेंद्र सहवाग (68) और गौतम गंभीर (58) ने जबरदस्त शुरुआत की, क्योंकि उन्होंने 14.4 ओवर में 136 रन जोड़े, जिससे आने वाले बल्लेबाजों को और भी आसान कर दिया बल्लेबाजी करने के लिए। और 3 पर बल्लेबाजी करते हुए उथप्पा सिर्फ 6 रन बनाकर आउट हो गए।
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फिर 5 पर बल्लेबाजी कर रहे युवराज सिंह बल को मारने के मूड में थे, लेकिन इंग्लिश ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ के साथ एक विवाद ने उन्हें और नाराज कर दिया। नतीजा यह हुआ कि स्टुअर्ट ब्रॉड के 19वें ओवर में जब युवराज सिंह ने 6 गेंदों पर 14* रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे तब ब्रॉड को उनके करियर का सबसे बुरा सपना दिखा दिया।
एक के बाद एक, युवराज सिंह ने लगातार छक्कों जड़ दिया, जिसमें उन्होंने सिर्फ 12 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद युवराज को अगले (20वें) ओवर में फ्लिंटॉफ ने आउट कर दिया, लेकिन युवी ने 362.50 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट से सिर्फ 16 गेंदों पर 3 चौकों और 7 छक्कों की मदद से 58 रन बना दिए।
युवराज सिंह के ऐतिहासिक छक्के, देखें Video
इसकी मदद से भारत ने 20 ओवर में 218/4 का स्कोर खड़ा कर दिया। जवाब में इंग्लैंड ने 20 ओवर में 200/6 रन बना लिया और मैच 18 रन से हार गया। युवराज सिंह को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया । युवी ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार पारी खेली और भारत के लिए पहला टी20 विश्व कप जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दिन (19 सितंबर) को उस दिन को 15 साल हो चुके हैं और फिर भी यह एक ऐसा सुनहरा पल है जिसे कभी दोहराया नहीं जा सकता।