नई दिल्ली: वरिष्ठ खेल पत्रकार और क्रिकेट इतिहासकार बोरिया मजूमदार को भारतीय विकेटकीपर रुद्धिमान शाह को धमकी देने की आरोप में दोषी ठहराया गया है । नतीजतन, यह लगभग तय हो गया है कि उन्हें अगले दो वर्षों के लिए बीसीसीआई के सभी खेल कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं से बाहर कर दिया जाएगा ।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “हम जल्द ही सभी राज्य संघों को सूचित करेंगे कि उन्हें (बोरिया) स्टेडियम के अंदर न जाने की अनुमति दे ।” वह घरेलू मैचों के लिए पात्र नहीं होंगे । इसी तरह हम बोरिया को ब्लैकलिस्ट करने के लिए आईसीसी को भी पत्र लिखेंगे । खिलाड़ियों को उनसे संपर्क न बनाए रखने की भी हिदायत दी जाएगी ।
रुद्धिमान शाह ईस पत्रकार को एक इंटरव्यू के लिए मना करने पर उन्होंने धमकी दे दी । 14 फरवरी को ट्विटर पर स्क्रीनशॉट जारी होने के बाद तूफान खड़ा हो गया । एक पत्रकार ने उन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया । लेकिन बाद में रुद्धिमान ने स्पष्ट किया कि वह पत्रकार हैं ।
माना जाता है कि बोरिया ने शाह को एक वीडियो संदेश भेज कर अपना दोस कबूल किया था । इसके बाद बीसीसीआई ने मामले की जांच के लिए वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल और शीर्ष परिषद सदस्य प्रभातेज सिंह भाटिया की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया । समिति इसका जांच करने के बाद बोरिया को दोसी ठहराया ।